दुनिया को पूरी तरह से बदल देने वाले रूसी आविष्कार
चेनदार पहिए वाली गाड़ी
1837 में रूसी थलसेना के कप्तान दिमित्री ज़गर्याझ्स्की ने चेनदार पहिए (सतत-सोपान पाद) वाली गाड़ी का डिजाइन बनाया था। उन्होंने “चेनदार पहिए वाली गाड़ी” के अपने इस आविष्कार का पेटेण्ट पाने के लिए वित्त मन्त्रालय में आवेदन भी किया। उन्हें इसका पेटेण्ट मिल भी गया, लेकिन तत्कालीन वाहन निर्माता कम्पनियों ने उनके इस आविष्कार में दिलचस्पी नहीं दिखाई और इस कारण 1839 में उनका पेटेण्ट बेकार हो गया। कई दशकों के बाद 1877 में रूसी किसान और स्वाध्यायी आविष्कारक फ़्योदर ब्लीनफ़... Читать дальше...