भारत रूस में हीरा तराशी कारख़ाना खोलेगा
‘केजीके ग्रुप’ नामक कम्पनी-समूह ने ऐलान किया है कि वह रूस के सुदूर-पूर्व के प्रिमोरिए प्रदेश में एक हीरा तराशी कारख़ाना खोलेगा।
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‘केजीके ग्रुप’ नामक कम्पनी-समूह ने ऐलान किया है कि वह रूस के सुदूर-पूर्व के प्रिमोरिए प्रदेश में एक हीरा तराशी कारख़ाना खोलेगा।
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आज की दुनिया में एटम बम एक बड़ी मुसीबत बना हुआ है, लेकिन एटम बम बनने के बाद ही बड़े विश्व-युद्धों के दौर से दुनिया को मुक्ति मिली। जब दुनिया की महाशक्तियों को यह पता लग गया कि वे सचमुच, एक-दूसरे का पूरी तरह से ख़ात्मा कर सकती हैं तो इसके बाद उन्हें उन सवालों पर भी आपस में समझौते करने के लिए मजबूर होना पड़ा, जिन मुद्दों को लेकर पहले वे बड़ी आसानी से एक-दूसरे से भिड़ जाया करती थीं और लड़ाई शुरू हो जाती थी।
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भारतीय सेना अभी तक 5.56 मिलीमीटर मोटी नली वाली ’इन्सास’ (भारतीय लघु शस्त्र प्रणाली) राइफ़ल के साथ प्रयोग करती रही है। ’इन्सास’ राइफ़लों में हमेशा कोई न कोई दिक़्क़त बनी रहती है, इसलिए भारतीय सेना ने तय किया कि वह 7.62 मिलीमीटर की नली वाली एक बिल्कुल नई राइफ़ल अपनाएगी। भारतीय सेना की सभी डिवीजनों को उच्च कोटि के हथियारों और उन्नत शस्त्रों से लैस करने का व्यापक अभियान शुरू होने जा रहा है, जिसके अन्तर्गत दस लाख से भी अधिक सैनिकों को नए हथियार दिए जाएँगे। कहा जा रहा है कि पिछले कई विफल प्रयासों के विपरीत... Читать дальше...